इन परिवारों के कटेगें राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड, सरकार ने जारी किए आदेश
25 जुलाई 2024: सरकार ने अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए हैं। इन अपात्रों में से कुछ ने अपने कार्ड स्वयं समर्पित किए हैं। जिले में तीन लाख 34 हजार पात्र गृहस्थी लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। लेकिन अब कार्ड निरस्त होने के बाद इन लाभार्थियों को निश्शुल्क चिकित्सा का लाभ मिलने में भी संशय हो गया है। यह उम्मीद जताई जा रही है कि अब अपात्रों के आयुष्मान कार्ड भी रद्द हो जाएंगे।
Main Points
सत्यापन और स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
अस्पतालों में गोल्डन कार्ड धारकों का आयुष्मान योजना से इलाज शुरू करने से पहले राशन कार्ड संख्या से सत्यापन किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग जुटा है यह देखने में कि कितने अपात्र लाभार्थियों को योजना से बाहर किया जाएगा। जिले में तीन लाख, 56 हजार, 206 राशन कार्ड धारक हैं। इनमें 3,19,417 पात्र गृहस्थी और 36,789 अंत्योदय कार्ड धारक शामिल हैं।
ई-केवाईसी प्रक्रिया
राशन कार्ड धारकों का सत्यापन करने के लिए जिला खाद्य एवं रसद विभाग ने ई-केवाईसी प्रक्रिया शुरू की है। इससे पहले अपात्र कार्डधारकों से रिकवरी का आदेश जारी किया गया था। इस पर कई अपात्रों ने स्वयं राशन कार्ड समर्पित कर दिया। इसमें मुख्य रूप से आयकर दाता, पेंशनभोगी, चारपहिया वाहन मालिक और खाद्य पदार्थों के कारोबारी शामिल थे।
7,432 राशन कार्ड निरस्त
बीपीएल और एपीएल सूची में शामिल 7,432 अपात्रों की सूची तैयार की गई है। इनका राशन कार्ड सत्यापन के बाद निरस्त कर दिया जाएगा। इनमें 3,582 आयकर दाता, 2,317 निराश्रित महिला पेंशनर और 1,533 गेहूं खरीदने और बेचने वाले लोग शामिल हैं। जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेंदु ने बताया कि अपात्रों का सत्यापन कराने के लिए टीम बनाई गई है। सत्यापन प्रक्रिया चल रही है।
गोल्डन कार्ड का सत्यापन
स्टेट हेल्थ एजेंसी (एसएचए) के अनुसार जनपद में पात्र गृहस्थी परिवारों की संख्या 84,054 और लाभार्थियों की संख्या 5,34,032 है। इसके सापेक्ष सभी नौ विकास खंडों में पात्र गृहस्थी परिवारों में छह या अधिक लाभार्थियों वाले 6,16,860 लाभार्थी हैं। इनके सापेक्ष 2,91,774 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। अब इन लाभार्थियों में से अपात्रों का नाम निरस्त होने की उम्मीद है।
राज्य मुख्यालय से निर्देश
अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे। इन अपात्र कार्डधारकों का नाम आयुष्मान की सूची से हटाने के लिए राज्य मुख्यालय से निर्देश जारी होंगे। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि अपात्रों के राशन कार्ड निरस्त करने के बाद उनकी जांच की जा रही है ताकि भविष्य में गलत लाभार्थियों को रोका जा सके।
निश्शुल्क चिकित्सा में संशय
राशन कार्ड निरस्त होने के बाद इन लाभार्थियों को निश्शुल्क चिकित्सा का लाभ मिलने में भी संशय हो गया है। कई गरीब परिवारों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। हालांकि, राज्य मुख्यालय से निर्देश आने के बाद सही स्थिति का पता चलेगा।